Little Known Facts About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए.
शादीशुदा जीवन में सामंजस्य बनाए रखने के लिए।
पति-पत्नी के बीच प्रेम और सामंजस्य बढ़ाने के लिए वशीकरण मंत्रों का उपयोग प्राचीन परंपराओं में सुझाया गया है। ये मंत्र सकारात्मक ऊर्जा और आपसी समझ बढ़ाने के लिए होते हैं।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं (अमुका) नमः सर्वजन सम्मोहनाय स्वाहा॥
बांध इन्द्र की बांध तारा, बांधू बिद लोही की धारा, उठे इन्द्र न बोले बाव, सूक साख पूंजी हो जाय, बन ऊपर लोकी कड़े हीय लपर लो सूत में, तो बंधन बांधयो सास-ससुर जाया पूत, मन बांधू मंवन्त बांधू विद्या दे साथ, चार खूंट लों फिर आब अमुकी अमुक के साथ रहे गुरु गुरो स्वाहा।
वशीकरण को आध्यात्मिक प्रक्रिया माना जाता है, लेकिन इसका मनोवैज्ञानिक पहलू भी है। यह व्यक्ति के अवचेतन मन को सकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित करता है, जिससे उनके विचार और भावनाएं बदलती हैं।
काला गोरा तोतला तीनों बसे कपार दुहाई कामिया सिंदूर की
समय चुनें: मंत्र का उच्चारण करने के लिए शुभ समय चुनें, जैसे ब्रह्ममुहूर्त (सूर्योदय के आसपास), पूर्णिमा या अमावस्या के दिन, या अपनी इच्छा के अनुसार विशेष तिथि।
वशीकरण मंत्र का उपयोग करने से आप किसी को अपनी आज्ञाकारी शक्ति के तहत ला सकते हैं। यह उन विशेष तत्वों को जगाने का कार्य करता है जो व्यक्ति को आपकी आज्ञाएं मानने और कार्य करने में प्रेरित कर सकते हैं।
जिन लोगो में आकर्षण कम होता है और इसकी वजह से उन्हें मनचाही लड़की या लड़के की प्राप्ति नहीं हो रही है या शादी नहीं हो रही है उनके लिए ये अभ्यास बढ़िया है.
यह वशीकरण मंत्र व्यक्ति के लक्ष्य में विचलित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इस मंत्र के उच्चारण द्वारा, आप दूसरे व्यक्ति को अपनी इच्छाओं के अनुरूप भावनाएं और विचारों के प्रति प्रेरित कर सकते हैं।
अलफ गुरु गुफ्तार रहमान, जाग जाग रे अलहादीन शैतान सात वार फलानी को जा रान, न राने तो तेरी माँ की तलाक, बहिन की तीन तलाक।
विधि: इस मन्त्र को किसी शुभ मुहूर्त में दस हजार बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर प्रयोग करते समय बृहस्पतिवार को प्रसन्न होकर थोड़ा-सा नमक लेकर उसे सात बार here मन्त्र से अभिमन्त्रित करके जिस स्त्री को मोहित करना हो, उसके खाने-पीने की वस्तु में वह नमक मिला दें। वह स्वी साधक पर तन-मन-धन से मोहित हो जायेगी। देवदत्ती के स्थान पर साध्य स्त्री के नाम का उच्चारण करें।
बगलामुखी पूजा का उचित उद्देश्य आत्म-विकास और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त करना है. इसका उपयोग शक्ति प्राप्त करने या दूसरों को नियंत्रित करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
इन्हें विशेष मंत्रों के साथ मिलाकर उपयोग किया जाता है.